Bank Charges कितने प्रकार के होते हैं?
Bank Charges विभिन्न प्रकार के होते हैं, जिन्हें आमतौर पर निम्नलिखित श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:
- खाता Charges: इन Chargesों में खाता खोलने, संचालन और बंद करने से संबंधित Charges शामिल हैं।
- लेनदेन Charges: इन Chargesों में चेक, जमा, निकासी, हस्तांतरण, और अन्य लेनदेन से संबंधित Charges शामिल हैं।
- उत्पाद और सेवा Charges: इन Chargesों में बचत खाता, चालू खाता, सावधि जमा, क्रेडिट कार्ड, और अन्य उत्पादों और
सेवाओं से संबंधित Charges शामिल हैं। - अन्य Charges: इन Chargesों में चेक बुक, पासबुक, कार्ड रिप्लेसमेंट, और अन्य सेवाओं से संबंधित Charges शामिल हैं।
भारत में Bank Charges कैसे वसूले जाते हैं?
Sharmila owsal Millet food business की success story कैसे विलुप्त होने से बचाया बाजरा की खेती को
भारत में Bank Charges आमतौर पर निम्नलिखित तरीकों से वसूल किए जाते हैं:
- प्रति लेनदेन Charges: इस प्रकार के Charges में प्रत्येक लेनदेन के लिए एक निश्चित Charges लिया जाता है। उदाहरण के
लिए, एक बैंक प्रति डेबिट कार्ड निकासी के लिए ₹2 Charges ले सकता है। - प्रतिशत Charges: इस प्रकार के Charges में लेनदेन की कुल राशि के प्रतिशत के रूप में Charges लिया जाता है। उदाहरण
के लिए, एक बैंक प्रति बचत खाता निकासी के लिए ₹2 + ₹0.25% (लेनदेन राशि) Charges ले सकता है। - मूल्य आधारित Charges: इस प्रकार के Charges में लेनदेन की मात्रा या मूल्य के आधार पर Charges लिया जाता है। उदाहरण
के लिए, एक बैंक प्रति माह ₹100 तक की मुफ्त डेबिट कार्ड निकासी प्रदान कर सकता है, उसके बाद प्रत्येक अतिरिक्त
निकासी के लिए ₹2 Charges ले सकता है।
Bank Charges से बचने के लिए क्या करें?
Bank Charges से बचने के लिए, बैंक ग्राहकों को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
बैंक की Charges संरचना को समझें और जानें किन Charges से बचना है। अपने लेनदेन को बुद्धिमानी से करके बैंक Charges से बचें, उदाहरण के लिए, डेबिट कार्ड निकासी के लिए ₹2 Charges से बचने के लिए आवश्यकताओं के लिए पर्याप्त नकदी रखें या ऑनलाइन भुगतान करें। असंतुष्ट होने पर बैंक से बात करें और Charges कम करने की कोशिश करें।
Bank Charges से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें:
Bank Charges समय-समय पर बदलते रहते हैं, इसलिए आपको अपने बैंक की वेबसाइट पर नवीनतम Charges संरचना की जाँच करना चाहिए। यदि आप किसी Bank Charges से असंतुष्ट हैं, तो आप भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को शिकायत दर्ज कर सकते हैं। Bank Charges एक महत्वपूर्ण विषय है, और इससे बचने के लिए बैंक ग्राहकों को अपने बैंक की Charges संरचना को समझना, लेनदेन को बुद्धिमानी से करना, और बैंक से संपर्क करना चाहिए।
अगर यहाँ महीने के केवल 1000 रुपये ऐसे निवेश करेंगे, तो सही समय पर 2 करोड़ से अधिक की रकम मिलेगी