कैसी थी भारत के सबसे अय्याश राजाओं की ज़िन्दगी? - My Ayurvedam

कैसी थी भारत के सबसे अय्याश राजाओं की ज़िन्दगी?

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आपने भारत के राजाओं की वी‍रता और सफलता के किस्‍से तो बहुत सुने होगें लेकिन प्राचीन भारत में कुछ ऐसे राजा भी थे जो सिर्फ अपनी अय्यासी और भोग विलासिता के लिए जाने जाते थे, आज हम बात करने वाले भारत के कुछ राज्‍यों पर राज करने वाले उन राजाओं के बारे में जिनकी अय्याशी और कामुकता पर कई किताबें लिखी गई हैं।

आपने भारत के राजाओं की वी‍रता और सफलता के किस्‍से तो बहुत सुने होगें लेकिन प्राचीन भारत में कुछ ऐसे राजा भी थे जो सिर्फ अपनी अय्यासी और भोग विलासिता के लिए जाने जाते थे, आज हम बात करने वाले भारत के कुछ राज्‍यों पर राज करने वाले उन राजाओं के बारे में जिनकी अय्याशी और कामुकता पर कई किताबें लिखी गई हैं।

महाराजा भूपेंद्र सिंह
दीवान जर्मनदास की बुक महाराजा में भूपेंद्र सिंह की अय्याशी का वर्णन किया है, इस किताब के अनुसार भूप्रेंद्र सिंह सुंदर लकडि़यों के बहुत शौकीन थे, यही कारण था कि उनकी 6 पत्नियां और लगभग 350 रखेल थीं। इतना ही नहीं भूपेंद्र सिंह को न्‍यूड पार्टियों का बहुत शौक था, उनके आलिशान महल में कई तालाब थे जहां राजा भूपेंद्र सारी सुंदर लडकियों के साथ नहाते थे, मदिरापान और संभोग करते थे।पटियाला पर 38 साल तक राज करने वाले राजा भूपेंद्र सिंह अपनी अय्यासी के लिए हर जगह जाने जाते थें कयोंकि वे अपनी औरतों के सजाने के लिए बाहर से ब्‍यूटीशियन मंगवाते थे।

शांहजहां
अपने प्‍यार ओर आशिकी के लिए ताजमहल बनाने वाले शाहजहां के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं लेकिन ये सच है कि शाहजहां आशिक कम अय्यास ज्‍यादा था, मुमताज की याद में ताजमहल बनाने वाले शाहजहां ने मुमताज से 14 बच्‍चे पैदा किए थे ऐसा माना जाता है कि मुमताज की मौत जरूरत से ज्‍यादा संभोग करने से होने वाली बीमारियों के कारण हुई है, इतना ही नहीं शाहजहां ने मुमताज के मरने के बाद 8 शादियां और की थीं। इसके अलावा शाहजहां के हरम में अगिनत महिलाएं थीं जिनके साथ शाहजहां अय्यासशी किया करते थे।
अलाउद्दीन खिलजी

2017 में रिलीज हुई फिल्‍म पदमावत में अलाउद्दीन के किरदार को जैसा दिखाया गया असली जिंदगी में खिलजी और भी क्रूर और अय्याश था। किताबों की माने तो खिलजी को सिर्फ महिलाओं का ही नहीं बल्कि पुरूषो के साथ संभोग करने का भी शौक था यही कारण था की उसके हरम में 50,000 पूरूष भी शामिल थे।

भरतपुर के महाराज किशन सिंह
दीवान जर्मनदास की किताब महाराज में भरतपुर के महाराज किशन सिंह की अय्यासीओं के बारे में भी काफी वर्णन किया गया है। बताया जाता है कि महाराज किशन सिंह की 40 रानियां थीं। उनके अजीबों गरीब शौंक के लिए किशन सिंह हर जगह पहचाने जाते थे। किताब के अनुसार राजा को तैराने का बहुत शौंक था इसके लिए उन्‍होनें एक गुलाबी संघमरमर की क्षील बनवायी थी जिसमें उन्‍होनें चंदन की लकडि़यों की सीढि़यां लगवाईं थीं, इस क्षील में राजा किशन सिंह लडकियों के साथ नहाते थे,

ऐसा कहा जाता है कि इस क्षील की सीढि़यो पर निरवस्‍त्र स्‍त्रीयां राजा के स्‍वागत के लिए खड़ी रहती थीं और हाथ में मोमबत्तियां जलाए रखती थीं और जिस भी औरत की मोमबत्ति सबसे ज्‍यादा देर तक जलती थीं उस औरत के साथ राजा किशन सिंह अपनी रात बिताते थे।

मोहम्‍मद शाह रंगीला
मोहमम्‍द शाह रंगीला को मुगल सल्‍तनत का सबसे रंगीन और अय्याश राजा कहा जाता था। उनके बारे में कहा जाता है कि शाह रंगीला को शराब, सबाव ओर पार्टीओं का काफी शौंक था और वह रात रात जागकर अपने शौक को पूरा करते हैं, यही कारण था कि उनकी अय्याशी का फायदा उठाकर जालिम नादिरशाह ने उनके तख्‍त से कोहिनूर चुरा लिया था।

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