रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के आंसुओं से हुई है।रुद्राक्ष धारण करना बहुत ही शुभ माना जाता है।इसके सेवन से मन में सकारात्मक ऊर्जा भी आती है।यह रुद्राक्ष जीवन की कई समस्याओं और भय से मुक्ति दिलाता है।इससे मन शांत और प्रसन्न रहता है।
इसे धारण करने से किसी भी कार्य में सफलता अवश्य मिलती है।रुद्राक्ष को विधिपूर्वक धारण करना चाहिए।महाशिवरात्रि के दिन इसे पहनना बहुत ही शुभ होता है।इस बार महाशिवरात्रि 1 मार्च को आ रही है।शिव महापुराण में एक मुखी रुद्राक्ष से लेकर तीन मुखी रुद्राक्ष तक का उल्लेख मिलता है।प्रत्येक रुद्राक्ष का अपना अलग प्रभाव और लाभ होता है।
एक कौर रुद्राक्ष
एक मुखी रुद्राक्ष बहुत प्रभावशाली माना जाता है।इसे धारण करने से उन्नति होती है और एकाग्रता बढ़ती है।यह आमतौर पर आध्यात्मिक गुरुओं द्वारा ग्रहण किया जाता है।साथ ही एक मुट्ठी रुद्राक्ष छात्रों के लिए बहुत ही फलदायी साबित होता है।एक तरफा रुद्राक्ष पहनने से आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ता है।यदि कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर हो तो ऐसे लोगों को रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।आंखों के रोग, सिर दर्द, पेट, हड्डी और रक्तचाप वाले लोगों को भी इसे पहनने से आराम मिल सकता है।
दोमुखी रुद्राक्ष
दो मुखी रुद्राक्ष शिव शक्ति का ही एक रूप है।चंद्रमा के कमजोर होने पर यह मान लेना चाहिए।इसे धारण करने से व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत होता है।इसे धारण करने वाले जीवन में हमेशा सही निर्णय लेते हैं।यह वैवाहिक संबंधों को भी बेहतर बनाता है।
चौमुखी रुद्राक्ष
चार मुखी रुद्राक्ष को ब्रह्म का एक रूप माना जाता है।इसमें चौगुनी फल लगते हैं।अर्थात इसे धारण करने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।यह रुद्राक्ष व्यक्ति के ज्ञान, बुद्धि, धन और वैभव को बढ़ाता है।इसे धारण करने से सभी रोग दूर रहते हैं।यह रुद्राक्ष बुध ग्रह से जुड़ा है, इसलिए इसे धारण करने वाला व्यक्ति संचार की कला में बुद्धिमान और कुशल बनता है।
सात मुखी रुद्राक्ष
सात मुखी रुद्राक्ष का स्वामी शुक्र है।इसे धारण करने से लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है अर्थात जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है।आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर सात मुखी रुद्राक्ष धारण करना बहुत ही लाभदायक सिद्ध होता है।
कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस रुद्राक्ष को धारण करता है वह कला के क्षेत्र में पारंगत हो जाता है।वह सुंदरता, खुशी और प्रसिद्धि पाती है।व्यापारियों, नौकरी चाहने वालों, वक्ताओं और लेखकों के लिए सात मुखी रुद्राक्ष सबसे अधिक लाभकारी होता है।