जप के शुभ फल :-
व्यापर में आ रही विपदाएं दूर होती है।
रुकें हुए कार्यों की पूर्ति होती है।
करियर सम्बंधित समस्याएं दूर होती है।
धन – धान्य की कमी नहीं होती।
ग्रहण का व्यक्ति के जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव होता है। ग्रहण के प्रभाव दोनों ही पक्षों में जाने जातें है, वह सकारात्मक भी हो सकतें है और नकारात्मक भी। ग्रहण के समय शारीरिक और मानसिक रूप से व्यक्ति बहुत प्रभावित होता है। मंत्रों के जाप से तेज उत्पन्न होता है जिससे नकारात्मकता का नाश होता है
एवं सुखद जीवन शैली प्रदान होती है। ग्रहण का समय व्यक्तिगत रूप से बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस समय मंत्रों के जाप से लाभ लेकर कार्य क्षेत्र में वृद्धि प्राप्त करने का अच्छा अवसर होता है।
ग्रहण से समय मंत्रों का जाप करने से विपत्तियों का नाश होता है। प्राचीन काल से ही ग्रहण काल अपवित्र माना गया है। अर्थात इस समय बहुत से घरों में खाना बनाया या खाया नहीं जाता है। इस दौरान मंत्रों के उच्चारण से मन शांत होता है अथवा आने वाले समय के लिए भी लाभकारी होता है।
यदि कोई व्यक्ति बहुत समय से स्वास्थ सम्बंधित बीमारी से गुज़र रहा हो या उसे कोई रोग हो तो उसे ग्रहण के समय मंत्रों के जाप से बहुत फ़ायदा होता है। ग्रहण के काल में मंत्र के जाप से इच्छा शक्ति का संचार होता है जो व्यक्ति के स्वास्थ को बहुत प्रभावित करता है। धन व्यापर में आ रही समस्याएं भी चंद्र गायत्री मंत्र के जप से दूर हो जाती है।