राहु-केतु आपके जीवन में उथल-पुथल मचाने वाले हैं, बचना चाहते हैं तो करें ये उपाय - My Ayurvedam

राहु-केतु आपके जीवन में उथल-पुथल मचाने वाले हैं, बचना चाहते हैं तो करें ये उपाय

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है और ये दोनों ग्रह 9 सितंबर को गोचर करने वाले हैं। यानी जिद एक राशि से दूसरी राशि में बदलने वाली है। राहु मिथुन से वृष राशि में जाएगा, जबकि केतु धन से वृश्चिक राशि में जाएगा। राहु और केतु के गोचर का प्रभाव हर राशि पर पड़ रहा है। ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि यदि किसी की कुंडली में राहु और केतु अशुभ स्थिति में हों तो यह व्यक्ति के सुखी जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब राहु और केतु अशुभ अवस्था में होते हैं तो इसका प्रभाव व्यक्ति के व्यवहार पर पड़ने लगता है। इस बीच व्यक्ति गलत फैसले लेने लगता है, जिसका असर सिर्फ उस पर ही नहीं बल्कि पूरे परिवार पर पड़ता है। इसके अलावा व्यक्ति को उसकी मेहनत का फल नहीं मिलता है। तो लाल किताब में राहु और केतुना के चरागाह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। इस उपाय को करने से व्यक्ति के जीवन पर शुभ प्रभाव पड़ता है। तो आइए जानें कि लाल किताब में किन उपायों के बारे में विस्तार से बताया गया है।

मंदिर में करें इन चीजों का दान

लाल किताब राहुल और केतु के अशुभ प्रभाव से बचने के कुछ उपाय बताती है। इन्हीं उपायों में से एक है बंदर को गोल खाना खिलाना। इसके अलावा मंदिर में जाकर काले या सफेद वस्त्र का दान करें। ऐसा करने से आप राहु और केतु के अशुभ प्रभाव से बच सकते हैं।

इस प्रकार अशुभ प्रभावों का नाश करें
लाल किताब के अनुसार, यदि आप राहु और केतु के अशुभ प्रभाव से बचना चाहते हैं, तो आपको चांदी की अंगूठी धारण करने की आवश्यकता है। इसके अलावा आप पैर की उंगलियों में सफेद धागा भी बांध सकते हैं। इस उपाय को करने से राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों को दूर किया जा सकता है। महिलाओं को कान में सोने के आभूषण पहनने चाहिए।

राहु-केतु इन उपायों से देंगे शुभ प्रभाव
राहु और केतु के शुभ प्रभाव के लिए लाल किताब बताती है कि गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना चाहिए। दान राहु-केतु को खुश करता है और जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। दान देने से घर में सुख-शांति भी आती है। इसके अलावा घर के लोगों के बीच अच्छे संबंध बनाए रखने से राहु-केतु के बुरे प्रभाव को भी रोका जा सकता है।

जानिए क्या है सबसे असरदार उपाय
यदि आप छाया ग्रह कहे जाने वाले राहु और केतु की वक्रता के शुभ प्रभाव से बचना चाहते हैं तो काले कुत्ते को प्रतिदिन दूध पिलाना चाहिए। अगर आपको कुत्ते पालने का शौक है तो अपने घर में काला कुत्ता पालें। लाल किताब के अनुसार राहु और केतु को शांत करने का यह सबसे कारगर उपाय है। इसके अलावा गृहिणियों और कुंवारों का सम्मान करना और उनका आशीर्वाद लेना।

नदी में बहते हुए करें ये काम

लाल पुस्तक के अनुसार नदी में दूध, चावल, सौंफ और चीनी डालने से राहु-केतु के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है। एक ही समय में घर के बड़ों की सेवा करने से राहु-केतु को प्रसन्न किया जा सकता है।

यह अंगूठी पहनें

लाल किताब में कहा गया है कि बाएं हाथ की अनामिका यानी छोटी उंगली पर सोने की अंगूठी पहनकर और केसर वाला दूध पीने से राहु-केतु के नकारात्मक प्रभाव को निश्चित रूप से कम किया जा सकता है।

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