हिंदू धर्म में देवताओं की संख्या 33 कोटि है। ऐसे में अधिकांश प्रमुख देवताओं के लिए सप्ताह में एक दिन विशेष माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में सप्ताह के सभी दिनों का वर्णन ग्रहों के आधार पर किया गया है। ये दिनोमें शुक्रवार भी होता हैं और ज्योतिष में शुक्र को भाग्य का कारक माना जाता है। ऐसे में यह दिन धन की देवी लक्ष्मी को समर्पित है, जो इस दिन की कारक देवी मानी जाती हैं।
देवी लक्ष्मी को हिंदू धर्म में धन और गौरव की देवी माना जाता है। ऐसी स्थिति में यह माना जाता है कि शुद्ध मन से पूजा करने से धन और गौरव की प्राप्ति होती है। वहीं अगर किसी कारण से देवी लक्ष्मी एक बार क्रोधित हो जाती हैं तो उन्हें अत्यधिक दरिद्रता का सामना भी करना पड़ता है। वहीं वास्तु विशेषज्ञ रचना मिश्रा के अनुसार कई बार मेहनत का संतोषजनक परिणाम नहीं मिलता है। ऐसी स्थिति का कारण दोष हो सकता है।
वास्तुकला : दक्षिण-पूर्व दिशा के अनुसार घर को धन की दिशा कहा जाता है। ऐसे में इस दिशा की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। दरअसल मां लक्ष्मी हमेशा साफ-सुथरी जगहों पर ही रहती हैं। ऐसे में घर को साफ रखने का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
इस दिशा को हरे पौधों से सजाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से जीवन की समस्याओं को दूर कर फंसा हुआ धन वापस पाना आसान हो जाएगा। वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा को भगवान कुबेर का माना जाता है। ऐसे में यहां कुबेर यंत्र, मां लक्ष्मी और कुबेर देव की मूर्तियों को रखना उचित माना जाता है। मान्यता के अनुसार ऐसा करने से घर में हमेशा धन और अन्न की समृद्धि बनी रहती है।
वहीं शुक्रवार को देवी लक्ष्मी का दिन माना जाता है। ऐसे में इस दिन विधि विधान से मां लक्ष्मी की पूजा करने से भक्तों पर उनकी कृपा बनी रहती है. इसके लिए लक्ष्मी जी की मूर्ति या मूर्ति के सामने देसी घी का दीपक जलाकर लक्ष्मीजी को हल्दी और कुमकुम, गुड़हल के फूल चढ़ाएं और फिर अगरबत्ती से आरती करें। मां लक्ष्मी को भी खीर का भोग लगाएं।
इसके अलावा दूध और गुड़ से बनी मिठाइयां बनाकर प्रसाद के रूप में बांटें. मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। इससे धन संबंधी परेशानियां भी दूर होती हैं। ऐसा भी माना जाता है कि घर की महिलाओं का अपमान करने से लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इसलिए कोशिश करें कि महिलाओं का अपमान न करें।
शुक्रवार : पौराणिक कथाओं के अनुसार धन की देवी लक्ष्मी के दिन जो सच्चे मन से देवी की पूजा करती है और उससे संबंधित कुछ कदम उठाती है, देवी लक्ष्मी की अपार कृपा होती है। जिससे जीवन की परेशानियों के साथ-साथ भोजन और धन की कमी भी दूर होती है। साथ ही दांपत्य जीवन भी सुखमय हो जाता है। ऐसे में शुक्रवार के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने के लिए कुछ उपाय बताए जाते हैं, ऐसे में माना जाता है कि इन उपायों को अपनाने से धन संबंधी सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं.
शुक्रवार की सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके सफेद या गुलाबी वस्त्र धारण करें। इसके बाद लक्ष्मीजी के मंदिर या पूजा कक्ष में भगवान लक्ष्मी के सामने खड़े होकर कमल का फूल चढ़ाकर श्री सूक्त का पाठ करने से जीवन में चल रहे धन से जुड़ी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
देवी लक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्त करने के लिए उनके मंदिर में या अपने मंदिर में शंख, गौरी, कमल, मखन, बताशा आदि चढ़ाएं, इससे घर में कभी भी भोजन और धन की कमी नहीं होगी। शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी यानि घर या दुकान की तिजोरी में कमल का फूल रखें। उस फूल को करीब 1 महीने तक रखने के बाद उसकी जगह नया फूल लगा दें। ऐसा माना जाता है कि इससे धन संबंधी सभी समस्याएं खत्म हो जाएंगी और व्यापार में प्रगति के रास्ते खुलेंगे।
इसके अलावा ज्योतिष में शुक्र ग्रह को भाग्य का कारक माना गया है, वहीं इस दिन यानि शुक्रवार को कारक देवी लक्ष्मी का होता है। ऐसे में शुक्र की कृपा पाने के लिए अपने शरीर के साथ-साथ घर की साफ-सफाई का भी ध्यान रखें। नहीं तो आपको शुक्र ग्रह के बुरे प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं शुक्र को प्रसन्न करने के लिए घर को साफ रखने के साथ-साथ हमेशा साफ कपड़े पहनें। इसके अलावा शुक्र की कृपा पाने के लिए खाने से पहले अपने भोजन का एक छोटा सा हिस्सा गाय, कौवे या कुत्तों के लिए रख लें। माना जाता है कि ऐसा करने से शुक्र जातक पर विशेष कृपा आती है।