जब भी हम किसी बबूल को देखते हैं तो हमें लगता है कि यह बेकार है, लेकिन हम आपको बता दें कि यह आपकी गलती हो सकती है। क्योंकि कुदरत ने जो कुछ भी दिया है वह बेकार नहीं है, उसे किसी न किसी को जरूर इस्तेमाल करना चाहिए। यह एक एकड़ में एक एकड़ फिट बैठता है। क्योंकि बबूल आपको कई बीमारियों से निजात दिलाने में मदद कर सकता है। साथ ही, आपको उस अव्यवस्था से छुटकारा मिलेगा जिसकी आपको आवश्यकता नहीं है। आपको अन्य लोगों के प्रति जो सहायता प्रदान करते हैं, उसमें आपको अधिक भेदभावपूर्ण होना होगा।
आपको बता दें कि बबूल में हर चीज जैसे उसका फल, फूल, जड़ औषधि की तरह काम करता है और आयुर्वेदिक औषधि बनाने में इसका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। ऐसे में आज के इस आर्टिकल में हम आपसे बात करने जा रहे हैं कि बबूल का इस्तेमाल कैसे करें और इससे किन-किन बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
अगर आपके शरीर से पसीना आ रहा है और आप इससे थक चुके हैं तो आपको बबूल के पत्तों का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए आप एक कटोरी में बबूल के पत्ते और झुण्ड को बराबर मात्रा में मिलाकर पूरे शरीर पर मसाज की तरह लगा लें। फिर इसे शरीर पर कुछ देर के लिए रखें और शरीर को साफ पानी से धो लें। इस उपाय को करने से आपको पसीना नहीं आएगा।
शरीर के किसी अंग में दर्द हो रहा हो तो बबूल की छाल को पीसकर उसमें चीनी मिलाकर पानी में मिलाकर पीने से दर्द में आराम मिलता है। बबूल के सींग, गोंद और छाल को बराबर मात्रा में मिलाकर पानी में मिलाकर दिन में दो बार पीने से आराम मिलता है। अगर आपको कहीं खुजली, खुजली और एक्जिमा है तो आप बबूल के फूल को पानी में मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाने से आराम मिल सकता है। अगर आपको बार-बार खांसी की समस्या रहती है तो आप बबूल की पत्तियों और तनों को शहद के साथ पीसकर इसका सेवन कर सकते हैं।
अगर आपको पेट में दर्द हो रहा है तो आप बबूल की छाल को पानी में मिलाकर काढ़ा बना सकते हैं। पेट की बीमारियों से स्थायी राहत प्रदान करने के लिए इसमें छाछ मिलाया जाता है। अगर आपको पेट दर्द की वजह से भूख नहीं लगती है तो आप बबूल का अचार बनाकर रोज थोड़ा थोड़ा करके खाएं। इस उपाय को करने से आपको जल्दी ही भूख लग सकती है। कान में दर्द हो रहा हो तो बबूल के फूल को सरसों के तेल में मिलाकर कान में लगाने से दर्द में आराम मिलता है। कान से वैक्सीन निकल जाए तो वह भी रुक जाती है।