दोस्तों आज के इस लेख में हम आपसे एक ऐसी जड़ी-बूटी के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसका इस्तेमाल हमारे पूर्वज सालों पहले करते थे। आयुर्वेद के अनुसार इस जड़ी बूटी के सेवन से हमारी हड्डियां बहुत मजबूत होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार इस जड़ी बूटी की नियमित रूप से मालिश करने से हमारी टूटी हुई हड्डियां तुरंत ठीक हो जाती हैं। जिन दोस्तों को चोट लगी है उन्हें सर्दी के मौसम में बहुत झुनझुनी होती है। बादल मौसम में सूजन होती है।
इस जड़ी बूटी की नियमित मालिश करने से इस प्रकार की समस्या से तुरंत राहत मिलती है। इस जड़ी बूटी के प्रयोग से हमारी हड्डियां बहुत मजबूत होती हैं। दोस्तों आजकल हर इंसान की हड्डियाँ बहुत फूली हुई होती हैं। दोस्तों आज की नजर में हम आपसे मेमने के दूध के बारे में बात करने जा रहे हैं। आयुर्वेद के अनुसार मेमने का दूध सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है.जिन लोगों की हड्डियां मजबूत होती हैं उन्हें खेत के दूध की मालिश करने से काफी फायदा होता है. मलाई रहित दूध का सेवन करने से व्यक्ति की हड्डियाँ बहुत मजबूत होती हैं।
दोस्तों सर्दी के मौसम में दूध से मालिश करने से हमारी हड्डियां बहुत मजबूत होती हैं। मलाई रहित दूध का सेवन करने से हमारी हड्डियाँ भी बहुत मजबूत होती हैं। गर्मी के मौसम में जब सूखा पड़ता है तो लोग कच्छ जैसे रेगिस्तानी इलाके से भेड़-बकरियां चराने के लिए एक गांव से दूसरे गांव तक हजारों किलोमीटर पैदल चलकर जाते हैं। ये लोग अपने आहार में मलाई रहित दूध का प्रयोग करते हैं। तो उन लोगों की हड्डियां बहुत मजबूत होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार अगर सर्दी के मौसम में हफ्ते में एक या दो बार दूध का इस्तेमाल किया जाए तो हमारी हड्डियां बहुत मजबूत रहती हैं।
जिन लोगों के हाथ-पैर में फ्रैक्चर हो उन्हें सर्दी के मौसम में कम दूध से मालिश करनी चाहिए। जिन लोगों की हड्डियां टूट गई हैं उन्हें मेमने के दूध से मालिश करनी चाहिए। ऐसा करने से हड्डियों में तेजी से रिकवरी होती है। दोस्तों आयुर्वेद के अनुसार सर्दी के मौसम में शुद्ध गुड़ का सेवन अधिक करना चाहिए। देसी प्योर कोर में उच्च मात्रा में कैल्शियम होता है जो हमारी हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। सर्दी के मौसम में देसी गुड़ के नियमित सेवन से कई तरह की शारीरिक बीमारियां दूर होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों में इन उपायों को करने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।